Durga Aarti Lyrics in Hindi and English. माँ दुर्गा की 5 महत्वपूर्ण आरती का संग्रह, नवरात्रि और दुर्गा पूजा, माता के जागरण के लिए सबसे बेस्ट
अन्य दिनों में भी माता की स्तुति के लिए इन आरतियों को माध्यम बनाये.
माँ दुर्गा की सभी आरतियाँ Durga Aarti महत्वपूर्ण और शुभ फलदायक है. आप इनमे से किसी भी आरती को माँ दुर्गा की आराधना और स्तुति के लिए कर सकतीं हैं.
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Durga Aarti : Jai Ambe Gauri Aarti (जय अम्बे गौरी आरती)
|| माँ दुर्गा आरती जय अम्बे गौरी ||
जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी,
तुमको निशदिन ध्यावत,
हरि ब्रह्मा शिवरी।
ॐ जय अम्बे गौरी………
मांग सिंदूर विराजत,
टीको मृगमद को,
उज्ज्वल से दोउ नैना,
चंद्रवदन नीको॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
कनक समान कलेवर,
रक्ताम्बर राजै,
रक्तपुष्प गल माला,
कंठन पर साजै॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
केहरि वाहन राजत,
खड्ग खप्पर धारी,
सुर-नर-मुनिजन सेवत,
तिनके दुखहारी॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
कानन कुण्डल शोभित,
नासाग्रे मोती,
कोटिक चंद्र दिवाकर,
सम राजत ज्योती॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
शुंभ-निशुंभ बिदारे,
महिषासुर घाती,
धूम्र विलोचन नैना,
निशदिन मदमाती॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
चण्ड-मुण्ड संहारे,
शोणित बीज हरे,
मधु-कैटभ दोउ मारे,
सुर भयहीन करे॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
ब्रह्माणी, रूद्राणी,
तुम कमला रानी,
आगम निगम बखानी,
तुम शिव पटरानी॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
चौंसठ योगिनी मंगल गावत,
नृत्य करत भैरों,
बाजत ताल मृदंगा,
अरू बाजत डमरू॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
तुम ही जग की माता,
तुम ही हो भरता,
भक्तन की दुख हरता,
सुख संपति करता॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
भुजा चार अति शोभित,
खडग खप्पर धारी,
मनवांछित फल पावत,
सेवत नर नारी॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
कंचन थाल विराजत,
अगर कपूर बाती,
श्रीमालकेतु में राजत,
कोटि रतन ज्योती॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
श्री अंबेजी की आरति,
जो कोइ नर गावे,
कहत शिवानंद स्वामी,
सुख-संपति पावे॥
ॐ जय अम्बे गौरी………
जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी,
तुमको निशदिन ध्यावत,
हरि ब्रह्मा शिवरी।
ॐ जय अम्बे गौरी………
Durga Aarti : Ambe Tu Hai Jagdambe Kali (अम्बे तो है जगदम्बे काली आरती)
|| दुर्गा माता आरती : अम्बे तू है जगदम्बे काली ||
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती…………..
तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी।
दानव दल पर टूट पडो माँ करके सिंह सवारी॥
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती…………..
सौ-सौ सिहों से बलशाली, है अष्ट भुजाओं वाली,
दुष्टों को तू ही ललकारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ………….
माँ-बेटे का है इस जग मे बडा ही निर्मल नाता।
पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता॥
सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखडे निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती…………
नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना।
हम तो मांगें तेरे चरणों में छोटा सा कोना॥
सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को सवांरती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती……………
चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली।
वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली॥
माँ भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली,
भक्तों के कारज तू ही सारती।।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती………….
Durga Aarti : Jag Janani Jai Jai (जग जननी जय जय आरती)
|| दुर्गा माँ आरती : जग जननी जय जय ||
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय……….
तू ही सत्-चित्-सुखमय, शुद्ध ब्रह्मरूपा।
सत्य सनातन, सुन्दर, पर-शिव सुर-भूपा॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय……….
आदि अनादि, अनामय, अविचल, अविनाशी।
अमल, अनन्त, अगोचर, अज आनन्दराशी॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय……….
अविकारी, अघहारी, सकल कलाधारी।
कर्ता विधि भर्ता हरि हर संहारकारी॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय………
तू विधिवधू, रमा, तू उमा महामाया।
मूल प्रकृति, विद्या तू, तू जननी जाया॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय……….
राम, कृष्ण, तू सीता, ब्रजरानी राधा।
तू वाँछा कल्पद्रुम, हारिणि सब बाधा॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय………
दश विद्या, नव दुर्गा, नाना शस्त्रकरा।
अष्टमातृका, योगिनि, नव-नव रूप धरा॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय…………
तू परधाम निवासिनि, महा-विलासिनि तू।
तू ही शमशान विहारिणि, ताण्डव लासिनि तू॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय……….
सुर-मुनि मोहिनि सौम्या, तू शोभाधारा।
विवसन विकट सरुपा, प्रलयमयी धारा॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय……….
तू ही स्नेहसुधामयी, तू अति गरलमना।
रत्नविभूषित तू ही, तू ही अस्थि तना॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय………..
मूलाधार निवासिनि, इहपर सिद्धिप्रदे।
कालातीता काली, कमला तू वर दे॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय………
शक्ति शक्तिधर तू ही, नित्य अभेदमयी।
भेद प्रदर्शिनि वाणी विमले वेदत्रयी॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय…….
हम अति दीन दुखी माँ, विपट जाल घेरे।
हैं कपूत अति कपटी, पर बालक तेरे॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय…..
निज स्वभाववश जननी, दयादृष्टि कीजै।
करुणा कर करुणामयी, चरण शरण दीजै॥
जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥
Durga Aarti : Aarti Jag Janani Main Teri Gaun | आरती जग जननी मैं तेरी गाऊँ
|| माँ दुर्गा आरती : आरती जग जननी मैं तेरी गाऊं ||
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
तुम बिन कौन सुने वरदाती।
किस को जाकर विनय सुनाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं॥
असुरों ने देवों को सताया।
तुमने रूप धरा महामाया।
उसी रूप का मैं दर्शन चाहूँ॥
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
रक्तबीज मधु कै सब मारे।
अपने भक्तों के काज सँवारे।
मैं भी तेरा दास कहाऊं॥
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती तेरी करू वरदाती।
हृदय का दीपक, नैयनो की बाति।
निसदिन प्रेम की ज्योति जगाऊं॥
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
ध्यानु भक्त तुमरा यश गाया।
जिस ध्याया माता, फल पाया।
मैं भी दर तेरे सीस झुकाऊं॥
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती तेरी जो कोई गावे।
चमन सभी सुख सम्पति पावे।
मैया चरण कमल रज चाहूँ॥
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
तुम बिन कौन सुने वरदाती।
किस को जाकर विनय सुनाऊं॥
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।
Durga Aarti : Mangal Ki Sewa Sun Meri Deva | मंगल की सेवा सुन मेरी देवा
|| माँ दुर्गा आरती : मंगल की सेवा सुन मेरी देवा ||
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे।
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे।
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे॥
सुन जगदम्बे न कर विलम्बे,
संतन के भडांर भरे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जय काली कल्याण करे॥
बुद्धि विधाता तू जग माता,
मेरा कारज सिद्व करे।
चरण कमल का लिया आसरा,
शरण तुम्हारी आन पडे॥
जब जब भीड़ पड़ी भक्तन पर,
तब तब आप सहाय करे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशाली,
जय काली कल्याण करे॥
गुरु के वार सकल जग मोहयो,
तरुणी रूप अनूप धरे।
माता होकर पुत्र खिलावे,
कही भार्या भोग करे॥
शुक्र सुखदाई सदा सहाई,
संत खडे जयकार करे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥
ब्रह्मा विष्णु महेश फल लिये,
भेट देन तेरे द्वार खड़े।
अटल सिहांसन बैठी मेरी माता,
सिर सोने का छत्र फिरे॥
वार शनिचर कुकम बरणो,
जब लुंकड़ पर हुकुम करे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशाली,
जै काली कल्याण करे॥
खड्ग खप्पर त्रिशुल हाथ लिये,
रक्त बीज को भस्म करे।
शुम्भ निशुम्भ को क्षण में मारे,
महिषासुर को पकड दले॥
आदित वारी आदि भवानी,
जन अपने को कष्ट हरे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥
कुपित होकर दानव मारे,
चण्डमुण्ड सब चूर करे।
जब तुम देखी दया रूप हो,
पल में सकंट दूर करे॥
सौम्य स्वभाव धरयो मेरी माता,
जन की अर्ज कबूल करे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥
सात बार की महिमा बरनी,
सब गुण कौन बखान करे।
सिंह पीठ पर चढी भवानी,
अटल भवन में राज्य करे॥
दर्शन पावे मंगल गावे,
सिद्ध साधक तेरी भेट धरे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥
ब्रह्मा वेद पढे तेरे द्वारे,
शिव शंकर हरी ध्यान धरे।
इन्द्र कृष्ण तेरी करे आरती,
चंवर कुबेर डुलाय रहे॥
जय जननी जय मातु भवानी,
अटल भवन में राज्य करे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जय काली कल्याण करे॥
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे।
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे॥
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े।
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे॥
Durga Aarti Lyrics
सभी आरतियों की लिरिक्स Durga Aarti Lyrics निचे दी जा रही है.
Jai Ambe Gauri Aarti Lyrics
Jai Ambe Gauri,
Maiya Jai Shyama Gauri,
Tumko Nishdin Dhyawat,
Hari Brahma Shiwri.
Om Jai Ambe Gauri……….
Maang Sindur Wirajat,
Tiko Mrigmad Ko,
Ujjawal se dau naina,
Chandra wadan Niko.
Om Jai Ambe Gauri…………
Kanak saman kalever,
rakstamber rajae,
Raktpushp gal mala,
Kanthan par sajae.
Om Jai Ambe Gauri……….
Kehari Wahan Rajat,
Khadag khappar dhari,
Sur-nar-muni jan sewat,
Tinke dukhhaari.
Om Jai Ambe Gauri………
Kanan kundal shobhit,
Nasagre moti,
Kotik Chandra Diwakar,
Sam Rajat jyoti.
Om Jai Ambe Gauri…….
Shumbh Nishumbh bidare,
Mahishashur Ghati,
Dhumra wilochan naina,
Nishdin Madmati.
Om Jai Ambe Gauri……….
Chand-mund sanhare,
Shonit bij hare,
Madhu-kaitabh dau mare,
Sur bhayhin kare.
Om Jai Ambe Gauri…….
Brahmani Rudrani,
Tum Kamla Rani,
Agam nigam bakhani,
Tum Shiv patrani.
Om Jai Ambe Gauri………..
Chaunsath Yogini Mangal Gawat,
Nritya karat Bhairo,
Bajat Tal Mridanga,
Aru Bajat damru.
Om Jai Ambe Gauri……..
Tum hi jag ki mata,
Tum hi ho bharta,
Bhaktan ki dukh harta,
Sukh sampati karta.
Om Jai Ambe Gauri………..
Bhuja char ati shobhit,
Khadag khappar dhari,
Manwanchhit phal pawat,
Sewat nar nari.
Om Jai Ambe Gauri……..
Kanchan thal wirajat,
Agar kapur bati,
Shrimalketu me rajat,
Koti ratan jyoti.
Om Jai Ambe Gauri……..
Shri Ambe ji ki aarti,
Jo koi nar gawe,
Kahat Shivanand swami,
Sukh sampati pawe.
Om Jai Ambe Gauri………
Jai Ambe Gauri,
Maiya Jai Shyama Gauri,
Tumko nishdin dhyawat,
Hari Brahma Shivri.
Om Jai Ambe Gauri………..
Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti Lyrics
Ambe Tu Hai Jagdambe Kali, Jai Durge Khappar Wali.
Tere Hi Gun Gaawen Bharati,
O Maiya Ham Sab Utaare Teri Aarti…………….
Tere Bhakt Jano Par Mata Bhir Padi Hai Bhari.
Daanaw Dal Par Tut Pado Maa Karke Sinh Sawari.
Sau- Sau Sinho se Balshali, Hai Asht Bhujaaon Wali.
Dushton Ko Tu Hi Lalkarti.
O Maiya Ham Sab Utaare Teri Aarti………..
Maa- Bete Ka Hai Is Jag Me Bada Hi Nirmal Nata,
Put Kaput Sune Hai par Na Mata Suni Kumata.
Sab Pe Karuna Darshane Wali, Amrit Barsane Wali.
Dukhiyon Ke Dukhde Niwarati.
O Maiya Ham Sab Utare Teri Aarti………
Nahi Mangte Dhan aur Daulat, Na Chaandi Na Sona.
Ham To Mange Tere Charno Me Chhota Sa Kona.
Sabki Bigdi Banane Wali, Laaj bachane Wali.
Satiyon Ke Sat ko Sanwarati.
O Maiya Ham Sab Utare Teri Aarti…………
Charan Sharan Me Khade Tumahari, Le Puja Ki Thali.
Warad Hast Sar Par Rakh Do Maa Sankat Harne Wali.
Maa Bhar Do Bhakti Ras Pyali, Asht Bhujaaon Wali,
Bhakto Ke Kaaraj Tu Hi Saarti.
O Maiya Ham Sab Utaare Teri Aarti……….
Jag Janani Jai Jai Aarti Lyrics
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.
Tu Hi Sat Chit SukhMay Shuddh Brahm Rupa.
Satya Sanatan, Sunar, Par- Shiv Sur Bhupa.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai…….
Aadi Anadi, Anamay, Awichal, Awinashi.
Amal, Anant, Agochar, Aj Aanand rashi.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Awikari, Aghhari, Sakal Kaladhari.
Karta Widhi Bharta Hari Har Sanharkari.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Tu Widhi Wadhu, Rama, Tu Uma Mahamaya.
Mul Prakriti, Widha Tu, Tu Janani Jaya.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai…………
Ram, Krishn, Tu Sita, Braj Rani Radha.
Tu Wancha Kalpadrum, Harini Sab Badha.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai…….
Dash Widha, Naw Durga, Nana Shastrakara.
Asht Matrika, Yogini, Naw Naw Rup Dhara.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai……….
Tu Pardham Niwasini, Maha Wilasini Tu.
Tu Hi Shamshan Wiharini, Taandav Lasini Tu.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai………
Sur Muni Mohini Saumya, Tu Shobhadhara.
Wiwsan Wikat Sarupa, Pralaymayi Dhara.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai……..
Tu Hi Sneh Sudhamayi, Tu Ati Garalamna.
Ratna Wibhusit Tu Hi, Tu Hi Asthi Tana.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai……….
Muladhar Niwasini, Ih Par Siddhi Prade.
Kalatita Kali, Kamla Tu War De.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai……….
Shakti Shaktidhar Tu Hi, Nitya Abhedmayi.
Bhed Pradarshini Wani Wimle Wedtrayi.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai………
Ham Ati Din Dukhi Maa, Wipat Jaal Ghere.
Hain Kaput Ati Kapati, Par Balak Tere.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai……….
Nij Swabhaw Wash Janani, Daya Drishti Kije.
Karuna Kar Karunamayi, Charan Sharan Dije.
Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai………
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun Lyrics
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Tum Bin Kaun Sune Wardati.
Kis Ko Jakar Winay Sunau.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Asuron Ne Devon Ko Sataya.
Tumne Rup Dhara Mahamaya.
Usi Rup Ka Main Darshan Chahu.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
RaktBeej Madhu Kai sab Mare.
Apne Bhakton Ke Kaaj Sanware.
Main Bhi Tera Daas Kahaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Teri Karun Wardati.
Hriday Ka Deepak, Naino Ki Baati.
NisDin Prem Ki Jyoti Jagaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Dhyanu Bhakt Tumra Yash Gaya.
Jis Dhyaya Mata, Phal Paya.
Main Bhi Dar Tere Sees Jhukaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Teri Jo Koi Gawe.
ChaMan Sabhi Sukh Sampati Pawe.
Maiya Charan Kamal Raj Chahun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Tum Bin Kaun Sune Wardati.
Kis Ko Jakar Winay Sunaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun.
Mangal Ki Sewa Sun Meri Dewa Aarti Lyrics
Mangal Ki Sewa Sun Meri Dewa,
Hath Jod Tere Dwar Khade.
Mangal Ki Sewa Sun Meri Dewa,
Hath Jod Tere Dwar Khade.
Pan Supari Dhwaja Nariyal,
Le Jwala Teri Bhet Dhare.
Sun Jagdambe Na Kar Wilambe,
Santan Ke Bhandar Bhare.
Santan Pratipali Sada KhushHali.
Jai Kali Kalyaan Kare.
Buddhi Widhata Tu Jag Mata,
Mera Kaaraj Siddh Kare.
Charan Kamal Ka Liya Aasra,
Sharan Tumhari Aan Pade.
Jab Jab Bheed padi Bhaktan Par,
Tab Tab Aap Sahay kare.
Santan PratiPali Sada Khushali.
Jai Kali Kalyan Kare.
Guru Ke War Sakal Jag Mohyo.
Taruni Rup Anup Dhare.
Mata Hokar Putra Khilawe.
Kahi Bharya Bhog Kare.
Shukra Sukh Dayi Sada Sahayi,
Sant Khade jaiKar Kare.
Santan Pratipali Sada KhushHali.
Jai Kali Kalyan Kare.
Brahma Wishnu Mahesh Phal Liye,
Bhet Den Tere Dwar Khade.
Atal Sinhasan Baithi Meri Mata.
Sir Sone Ka Chhatra Fire.
War ShaniChar Kukam Barno,
Jab Lunkad Par Hukum kare.
Santan PratiPali Sada Khushali.
Jai Kali Kalyaan Kare.
Khadag Khappar Trishul Hath Liye.
Rakt Beej Ko Bhasm kare.
Shumbh Nishumbh Ko Kshan Me Mare,
MahishaSur Ko Pakad Dale.
Aadit Wari Aadi Bhawani,
Jan Apne Ko Kasht hare.
Santan PratiPali Sada KhushHali,
Jai Kali Kalyaan Kare.
Kupit Hokar Daanaw Mare,
Chand Mund Sab Chur kare.
Jab Tum Dekhi Daya Rup Ho,
Pal Me Sankat Dur kare.
Saumya Swabhaw Dharyo Meri Mata.
Jan Ki Arj Kabul kare.
Santan PratiPali Sada KhushHali,
Jai Kali Kalyaan kare.
Saat Bar Ki Mahima barni,
Sab Gun kaun Bakhan Kare.
Sinh Peeth Par Chadhi Bhawani,
Atal Bhawan Me Raajya Kare.
Darshan Paawe Mangal Gawe,
Siddh Saadhak Teri Bhet Dhare.
Santan Pratipali Sada KhushHali,
Jai Kali Kalyaan kare.
Brahma Wed Padhe Tere Dware,
Shiv Shankar hari Dhyan Dhare.
Indra Krishn Teri Kare Aarti,
Chanwar Kuber Dulaay rahe.
Jai Janani Jai Matu Bhawani,
Atal Bhawan Me Raajya Kare.
Santan PratiPali Sada KhushHali,
Jai Kali Kalyaan Kare.
Mangal Ki Sewa Sun Meri Dewa,
Hath Jod Tere Dwar Khade.
Pan Supari Dhwaja Nariyal,
Le Jwala Teri Bhent Dhare.
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माँ दुर्गा आप सभी की रक्षा करें. आपकी समस्त शुभ मनोकामना पूर्ण करें.
|| जय माँ दुर्गे ||
हमने दुर्गा माता की आरती के प्रकाशन में पूरी सावधानी रखी है. फिर भी अगर कहीं कोई त्रुटी हो तो आप हमें निचे कमेंट में अवस्य लिखें. हम उसे अवस्य ठीक करेंगे.