Shiv Aarti : Om Jai Shiv Omkara शिव जी की आरती : ॐ जय शिव ओमकारा

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शिव जी की आरती भगवान शिव शंकर भोलेनाथ महादेव की कृपा पाने का सबसे अच्छा माध्यम है. जो कोई भी मनुष्य सच्चे ह्रदय से भगवान शिव की आराधना करता है. उस पर सदा ही शिव जी की कृपा बनी रहती है.

भगवान शिव जी तो औघर दानी हैं. वे सदा अपने भक्तों की समस्त मनोकामना पूर्ण करते हैं.

आज के इस अंक में हम आप लोगों को बताएँगे की आप किस तरह से शिव जी की आरती करेंगे, जिससे औघर दानी शिव जी की कृपा आप पर सदा बनी रहेगी.

Shiv Aarti : Om Jai Shiv Omkara

Shiv Aarti : Om Jai Shiv Omkara

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|| शिव जी की आरती ||

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कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारं|
सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे भंव भवानी सहितं नमामि॥

जय शिव ओंकारा, हर ॐ शिव ओंकारा
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥
ॐ जय शिव ओंकारा….

एकानन चतुरानन पंचांनन राजे|
हंसासंन, गरुड़ासन, वृषवाहन साजे॥
ॐ जय शिव ओंकारा…

दो भुज चारु चतुर्भज दस भुज अति सोहें|
तीनों रुप निरखते त्रिभुवन जन मोहें॥
ॐ जय शिव ओंकारा…

अक्षमाला, बनमाला, रुण्ड़मालाधारी|
चंदन, मृगमद सोहें, भाले शशिधारी॥
ॐ जय शिव ओंकारा….

श्वेताम्बर,पीताम्बर, बाघाम्बर अंगें|
सनकादिक, ब्रम्हादिक, भूतादिक संगें||
ॐ जय शिव ओंकारा…

कर के मध्य कमड़ंल चक्र, त्रिशूल धरता|
जगकर्ता, जगभर्ता, जगसंहारकर्ता॥
ॐ जय शिव ओंकारा…

ब्रम्हा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका|
प्रवणाक्षर मध्यें ये तीनों एका॥
ॐ जय शिव ओंकारा…

त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावें|
कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावें॥
ॐ जय शिव ओंकारा…

जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥
ॐ जय शिव ओंकारा.

शिव जी की आरती कैसे करें?

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Shiv Ji Ki Aarti | शिव जी की आरती के लिए सोमवार का दिन सबसे पवित्र माना गया है.

वैसे शिव जी की आरती आप किसी भी दिन कर सकते हैं.

सोमवार, शिवरात्री और सावन के महीने में शिव आरती करने का बहुत ही महत्व है.

प्रातः काल और संध्या काल में शिव जी की आरती करना चाहिए.

आरती करने से पूर्व शिव जी का यह मन्त्र अवस्य पढना चाहिए.

कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारं|
सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे भंव भवानी सहितं नमामि॥

शिव जी की गंगा जल और बिल्व पत्र अर्पित करना चाहिए.

आरती करने के पश्चात ॐ नमः शिवाय मन्त्र का जाप करना चाहिए.

अपने ह्रदय को हमेशा शुद्ध और पवित्र रखना चाहिए. शिव जी की भक्ति जो कोई सच्चे ह्रदय और पवित्र ह्रदय से करता है. उस पर सदा ही भगवान् शिव की कृपा बनी रहती है.

Benefits of Shiv Ji Ki Aarti

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शिव जी की आरती से लाभ

भगवान् शिव आशुतोष हैं. वे सदा अपने भक्तों पर कृपा करते हैं. वे अत्यंत शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं. जो कोई भी उनकी स्तुति और आराधना सच्चे ह्रदय से करता है. उस पर वे सदा अपनी कृपा रखतें हैं.

शिव जी की आरती ( Shiv Ji Ki Aarti ) श्रद्धा पुर्वक और सच्चे ह्रदय से करने से भगवान शिव की कृपा मनुष्य को प्राप्त होती है.

भगवान् शिव की कृपा से मनुष्य की समस्त मनोकामना पूर्ण होती है.

जीवन में सुख और शान्ति आती है.

शिव जी की कृपा से मनुष्य को जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है.

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शिव कृपा से होने वाले लाभों का वर्णन करना किसी के लिए भी संभव नहीं है. वे तो औघर दानी है. वे सदा अपने भक्तों पर कृपा करते रहतें हैं.

मन में सिर्फ शिव को बसायें. जीवन में सही कर्म करें. दिन दुखियों की मदद करें. अपने ह्रदय को पवित्र रखें. शिव की कृपा अवस्य आप पर हमेशा रहेगी. जय भोलेनाथ.

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औघर दानी शिव आप सबकी समस्त शुभ मनोकामनाओं को अवस्य पूर्ण करें.

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