Gayatri Mantra with Meaning in Hindi गायत्री मंत्र – सही हिंदी अर्थ के साथ

Gayatri Mantra with Meaning in Hindi गायत्री मंत्र का सही हिंदी अर्थ : गायत्री मंत्र को एक सर्वश्रेष्ठ मंत्र माना गया है. ऐसी मान्यता है की गायत्री मंत्र में वेदों के मंत्रो का सार है.

गायत्री मंत्र को अच्छे से समझ कर और उसके अर्थ को जानकार इसका नियम पूर्वक जाप करने से मनुष्य के अंदर सकारात्मक बदलाव आता है. उसके मुख पर एक तेज आता है. उस व्यक्ति का बौधिक विकास होता है.

गायत्री मंत्र

Gayatri Mantra
Gayatri Mantra

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्

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ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्

Om Bhur Bhuvah Svah Tat Savitur Varenyam Bhargo Devasya Dhimahi Dhiyo Yo Nah Prachodayat.

Gayatri Mantra Audio

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Gayatri Mantra Meaning in Hindi

Gayatri Mantra Meaning in Hindi
Gayatri Mantra Meaning in Hindi

गायत्री मंत्र का हिंदी अर्थ

उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपनी अन्तरात्मा में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।

भाव :

ईश्वर प्राणाधार, दुःखनाशक तथा सुख स्वरूप है। हम प्रेरक देव के उत्तम तेज का ध्यान करें। जो हमारी बुद्धि को सन्मार्ग पर बढ़ाने के लिए पवित्र प्रेरणा दें।

Importance of Gayatri Mantra

गायत्री मंत्र का महत्व

गायत्री माता को वेद माता कहा जाता है. चारों वेदों में संकलित मंत्रो का सार गायत्री मंत्र में माना जाता है. गायत्री मंत्र एक सिद्ध मंत्र है. वेदों में इस मंत्र की महिमा का वर्णन है.

इस मंत्र का वर्णन बहुत सारे धार्मिक ग्रंथों में मिलता है.

गायत्री मंत्र उपनयन संस्कार का एक महत्वपूर्ण अंग है.

इस मंत्र के श्रद्धापूर्वक पाठ से नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाती है. और सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होने लगता है.

गायत्री मंत्र में एक गहरा भावार्थ छुपा हुआ है.

गायत्री मंत्र के पाठ के पश्चात आप गायत्री चालीसा और गायत्री माता की आरती भी कर सकतें हैं.

How to chant Gayatri Mantra?

गायत्री मंत्र का पाठ कैसे करें?

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  • गायत्री मंत्र का पाठ किसी भी दिन किया जा सकता है.
  • इसके पाठ करने का सबसे सही समय ही ब्रह्म मुहूर्त.
  • प्रातः काल से लेकर संध्याकाल तक गायत्री मंत्र का पाठ करना शुभ माना गया है.
  • रात्री काल में गायत्री मंत्र का पाठ नहीं करना चाहिये.
  • सम्पूर्ण रूप से स्वच्छ होकर और स्नान आदि करने के पश्चात गायत्री मंत्र का पाठ करें.
  • किसी स्वच्छ आसन पर बैठ कर गायत्री मंत्र का पाठ करें.
  • अगर आप प्रातः काल में गायत्री मंत्र का पाठ करतें हैं तो आप पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें और गायत्री मंत्र का पाठ करें.
  • अगर आप संध्या काल में गायत्री मंत्र का पाठ कर रहें हैं तो पश्चिम दिशा की ओर मुख कर के बैठना चाहिये और गायत्री मंत्र का पाठ करना चाहिये.
  • जहाँ तक गायत्री मंत्र के पाठ करने की संख्याँ के बारे में बात है तो आप सात बार, 9 बार या फिर 108 बार गायत्री मंत्र का पाठ कर सकतें हैं.
  • 108 बार गायत्री मंत्र के पाठ को श्रेष्ठ माना जाता है.
  • अगर आप तिन माला या फिर सात माला गायत्री मंत्र का पाठ करतें हैं तो यह बहुत ही शुभ होता है.
  • गायत्री मंत्र के पाठ से पूर्व अपने मन और ह्रदय को शांत कर लें.
  • मन में उठ रहें विचारों को शांत कर लें.
  • अपने ह्रदय में ऐसा महसूस करें की सारी नकारात्मकता बाहर निकल रही है.
  • और आपके अंदर एक सकारात्मक उर्जा प्रवेश कर रही है.
  • गायत्री मंत्र का जाप अगर आप माला से कर रहें है तो आप तुलसी की माला का उपयोग करें, यह शुभ माना जाता है.
  • आप मन में भी गायत्री मंत्र का पाठ कर सकतें हैं.

गायत्री मंत्र के बारे में आप और जानकारी विकिपीडिया से प्राप्त कर सकतें हैं.

FAQ ( Questions about Gayatri Mantra )

Why is Gayatri Mantra Chanted?

गायत्री मंत्र एक सिद्ध मंत्र है. इसके जाप से मनुष्य का बौधिक विकास होता है. इस मंत्र के जाप से मन मस्तिष्क शांत रहता है.मनुष्य के अंदर आत्मबिस्वास जागृत होता है.

Who is Gayatri?

गायत्री को वेदों की माता माना जाता है. चारों वेदों का सार गायत्री माता के मंत्र गायत्री मंत्र में माना गया है. गायत्री माता अन्धकार को मिटाकर प्रकाश फैलाती है.

What are the benefits of chanting the Gayatri Mantra?

1. गायत्री मंत्र के जाप से मनुष्य का बौधिक विकास होता है.
2. इस मंत्र के पाठ करने से मन मस्तिष्क में शान्ति आती है.
3. गायत्री मंत्र के पाठ से स्मरण शक्ति में बृद्धि होती है.
4. गायत्री मंत्र के पाठ से सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है.
5. जीवन में सुख और शान्ति आती है.

When is the best time to chant Gayatri Mantra?

गायत्री मंत्र के पाठ के लिए सबसे उत्तम समय है ब्रह्म मुहूर्त. आप प्रातः काल से लेकर संध्या काल तक गायत्री मंत्र का पाठ कर सकतें हैं. रात्री काल में इस मंत्र का पाठ करना नहीं चाहिये.

What is the meaning of Gayatri Mantra?

गायत्री मंत्र का अर्थ है : उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपनी अन्तरात्मा में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।

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Gayatri Mantra with Meaning PDF

गायत्री मंत्र के साथ पीडीऍफ़

अगर आप गायत्री मंत्र को अर्थ के साथ पीडीऍफ़ (Gayatri Mantra with Meaning PDF) में डाउनलोड करना चाहतें हैं तो निचे दिए गए पीडीऍफ़ फाइल में दाहिने तरफ एक डाउनलोड का आइकॉन दिखाई पड़ रहा होगा. उस आइकॉन पर क्लिक कर आप गायत्री मंत्र को अर्थ के साथ डाउनलोड कर सकतें हैं.

अगर आप इसे प्रिंट करना चाहतें हैं तो आप प्रिंट वाले आइकॉन पर क्लिक करें.

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